काला धन और भ्रष्टाचार

  बाबा के अनशन के बाद जिस तरह से सत्ता के गलियारे से गिरगिटिया नेताओं द्वारा बयानबाजी हो रही है,उससे काले धन और भ्रष्टाचार को लेकर उसकी मंशा पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं.चिदंबरम,दिग्विजय सिंग,मनीष तिवारी,जनार्दन द्विवेदी और अब प्रणव मुखर्जी ने जिस तरह से प्रेस कांफ्रेंस करके बाबा और अन्ना पर जबानी हमला किया है उससे साफ जाहिर होता है कि सरकार काले धन और भ्रष्टाचार के साथ-साथ लोकपाल बिल पर भी गंभीर नहीं है.अपने अनर्गल प्रलापों के द्वारा वे जनता का ध्यान मुद्दे से हटाना चाहते है.बाबा और अन्ना को आर एस एस का एजेंट भर कह देने से जनता का ध्यान मुद्दे से हट जाएगा,ऐसा सोचनेवाले कांग्रेसियों के मानसिक दिवालियेपन पर तरस आता है.क्या आर एस एस इस देश के लिए अछूत हैं या राजनीति केवल मुट्ठी भर कांग्रेसियों की बपौती है?सरकार इस प्रश्न का जवाब दे कि जो नेतागण बारबार यह कह रहे हैं कि इन सब के पीछे आर एस एस या बीजेपी है,तो इससे क्या फर्क पड़ जाएगा?तब क्या देश के सामने ये मुद्दे,मुद्दे नहीं रह जायेंगे?
  और ये प्रधानमंत्री और उनका रिमोट कंट्रोल !! देश में इतनी बड़ी हलचल मची है,एक बार भी कंठ नहीं फुटा.उधर सात समुन्दर पार मकबूल फ़िदा हुसैन गुजर गए तो इनकी छाती फटने लगी.सोनिया उर्फ़ अन्तोनिया अपने बेटे राहुल के साथ स्वित्ज़रलैंड में हैं...किसलिए?...अपने काले धन को ठिकाने लगाने तो नहीं गयी हैं?...संसद हमले का आरोपी अफजल गुरु,मुंबई हमले में गिरफ्तार एकमात्र आतंकी अजमल कसाब (ये खुद के लिए खाना लेकर आये एक पुलिस कर्मी के ऊपर थूक चूका है,वो भी इसलिए कि खाना उसकी पसंद का नहीं था..)जेल में मजे लूट रहे हैं और ये भ्रष्ट कांग्रेसी देश को लूटने में लगे हैं.ऐसे में आदर्श नेतृत्व विहीन जनता को यदि बाबा और अन्ना के रूप में कोई संगठित करने में,जगाने में लगा है तो ये इनसे हजम नहीं हो रहा.उधर बिहार को लूटकर उसका सत्यानाश कर देनेवाले लालू यादव कह रहे है..."ऐसे सड़क पर कानून बनता है का?...ई बाबा लोग मुट्ठी भर लोग का भीड़ जमा करके कानून बना देंगे?...संसद में पास करना पड़ता है तब जाके बिल बनता है...आने दो बिल...कैसे पास होता है मैं देखता हूँ...नहीं पास होने दूंगा...."
  अब आप ही सोचिये..ये देश के असली चोर हैं...ये बिल को कैसे पास होने देंगे?...ऐसी बयानबाजी क्या दर्शाता है?बिहार में जब से नितीश कुमार आये हैं तब से इन महाशय का दर्शन ही दुर्लभ हो गया था....
  और ये चिदंबरम...२००९ के चुनाव में इन्होने देश की जनता को धोखा देकर चुनाव जीता है...दरअसल इनके विरुद्ध लड़ रहे एआईडीएमके का प्रत्याशी जीत गया था...लेकिन इन्होनें देश की जनता के साथ धोखा किया...इस सिलसिले में कोर्ट में केस अब तक चल रहा है...जनाब देश के गृहमंत्री हैं...देश की नक्सली समस्या से निपट नहीं पा रहे...पाकिस्तान से दाऊद चाहिए...और इनका मंत्रालय...पाकिस्तान को वांछित आतंकियों की जो लिस्ट सौपी गयी थी...उसमें से दो आतंकी भारत में ही मौजूद हैं....और इन्हें खबर ही नहीं...
  अंत में...काले धन और भ्रष्टाचार को लेकर देश में जो जागृति हुई है..उसकी धार कुंद नहीं पड़नी चाहिए...कांग्रेसियों की धूर्ततापूर्ण बयानबाजी से जनता सावधान रहे...हैं तो ये हमारे द्वारा चुने गए नुमाइंदे ही...अगली बार इन्हें सबक भी हम ही सिखायेंगे...

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